(GURU AST 2025) गुरु अस्त 2025: 12 जून से 9 जुलाई तक किन 4 राशियों पर टूटेगा मुसीबतों का पहाड़ ?तुरंत करें ये उपाय

(GURU AST 2025)गुरु अस्त 2025: 12 जून से 9 जुलाई तक किन  4 राशियों पर टूटेगा मुसीबतों का पहाड़ ?तुरंत करें ये उपाय 

 24 मई 2025,newsfacts24 team

(GURU AST 2025) :12 जून 2025 से 9 जुलाई 2025 तक देवगुरु बृहस्पति अस्त रहेंगे। गुरु का अस्त होना मतलब सम्पूर्ण शुभ कृत्य का बंद हो जाना। गुरु का अस्त होना ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना भी मानी जाती है, क्योंकि यह ग्रह जीवन के कई अहम क्षेत्रों जैसे ज्ञान, धर्म, संतान, विवाह और वित्त पर प्रभाव डालता है।

जब बृहस्पति अस्त होते हैं, तो उनका तेज़ क्षीण हो जाता है और इसका सीधा असर कुछ राशियों पर दिखाई देता है। इस अवधि में कई राशियों को सावधान रहने की ज़रूरत है, खासकर वे जिनकी कुंडली में गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका है।गुरु 12 जून को 7 :56 शाम को अस्त होंगे और फिर 9 जुलाई को सुबह 4 :44 पे उदय होंगे उसेक बाद ही सभी शुभ कार्य प्रारम्भ हो सकते है। (GURU AST 2025)

ये भी पढ़े : Kalsarp Dosh 2025: 28 जुलाई 2025 तक कालसर्प दोष के असर से इन 5 राशियों को क्यों सतर्क रहना होगा ?

गुरु अस्त का प्रभाव क्या होता है?(GURU AST 2025)

किसी भी ग्रह की जब युति सूर्य के साथ हो जाये और वो ग्रह सूर्य से बहुत कम डिग्री से सूर्य के समीप आ जाये तो  “अस्त” हो जाता है। इसका अर्थ है कि उस ग्रह की शक्ति कमजोर पड़ जाती है और वह अपना पूर्ण फल देने में असमर्थ हो जाता है।

बृहस्पति जैसे शुभ ग्रह के अस्त होने पर लोगों के जीवन में मानसिक तनाव, भ्रम, फैसलों में अस्थिरता, वैवाहिक जीवन में कलह और करियर में रुकावटें देखी जा सकती हैं। विशेषकर जिनकी कुंडली में गुरु केंद्र या त्रिकोण स्थान में विराजमान हैं, उन्हें इस अवधि में अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।(GURU AST 2025)

ये भी पढ़े :Mercury Transit 2025: बुध गोचर 23 मई से 6 जून 2025 तक वृषभ राशि में, इन राशियों के लिए लाएगा सुनहरा समय?

इन राशियों पर विशेष प्रभाव:(GURU AST 2025)

इस बार गुरु के अस्त होने का सबसे अधिक असर धनु, मीन, कर्क और कन्या राशि के जातकों पर पड़ने की संभावना है।

धनु राशि के लिए यह समय आत्मविश्वास में गिरावट और कार्यक्षेत्र में बाधाओं का हो सकता है। मानसिक उलझन और निर्णय लेने में कठिनाई महसूस हो सकती है।गुरु आपकी राशि का स्वामी होता है और आपकी राशि का स्वामी ही जब क्षीण अवस्थ में हो तो आपको कई क्षेत्रों में ऊंचाई तक पहुंचने नहीं देता। इस समय आपको किसी भी बड़े निर्णय लेने से बचना चाहिए और भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए।

मीन राशि के जातकों को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों और अनियोजित खर्चों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, पारिवारिक तनाव भी बढ़ सकता है।आपकी राशि का स्वामी भी गुरु ही होता है और जब आपकी राशि में अस्त गुरु आपकी राशि को बल नहीं दे पायेगा तो आप अपने किसी भी कार्य में उच्च स्टार तक सफल है हो सकते है।

कर्क राशि के लिए यह समय भाग्य का साथ कम मिलने का है। मेहनत के अनुरूप फल न मिलने से निराशा हो सकती है।आपकी राशि में गुरु उच्च का होता है यानि आपके लिए गुरु सबसे शुभ ग्रह माना जाता है और आपकी कुंडली का सबसे शुभ ग्रह ही अस्त हो तो आपको सफल होने और भाग्य का सहयोग लेने से रोकता है। अतः इन 27 दिनों में आपको इस तरह के प्रतिफल देखने को मिलेंगे गुरु के अस्त होने से।

कन्या राशि के जातकों को करियर और वैवाहिक जीवन में असंतोष की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, खासकर अगर वे साझेदारी में किसी काम से जुड़े हों।गुरु आपके सुख भाव और दाम्पत्य जीवन के भाव का स्वामी हो कर अस्त स्तिथि में रहेगा। अनुमानतः आपको भूमि भवन माता इत्यादि का सुख लेने से वंचित रखेगा। आपके लिए गुरु का गोचर भी बारहवें भाव में है जो आपके लिए बहुत अनुकूल नहीं है।

क्या करें इस समय?(GURU AST 2025)

(GURU AST 2025):इस अवधि में कुछ सरल लेकिन प्रभावशाली उपाय अपनाकर इन नकारात्मक प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है:

  1. हर गुरुवार को पीली वस्तुएं जैसे पीली दाल, हल्दी या पीली मिठाई का दान करें।
  2. केले के पेड़ की पूजा करें और जल चढ़ाएं।
  3. रोज़ाना ‘ॐ बृं बृहस्पतये नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
  4. तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं और बृहस्पति ग्रह के शांति हेतु व्रत रखें।
  5. अपने गुरु, मेंटर या बड़ों का सम्मान करें और उनसे आशीर्वाद लें।

साथ ही, इस दौरान कोई भी बड़ा निर्णय जैसे शादी, जॉब बदलना या निवेश आदि करने से बचें। यदि संभव हो, तो इन फैसलों को 9 जुलाई के बाद तक टालना बेहतर होगा। वाद-विवाद से दूर रहें और भावनाओं में बहकर कोई भी कदम न उठाएं।

 निष्कर्ष:(GURU AST 2025)

गुरु का अस्त होना हमेशा नकारात्मक नहीं होता, बल्कि यह हमें आत्मनिरीक्षण और संयम का अवसर देता है। यह एक संकेत होता है कि हमें अपने जीवन की दिशा पर पुनर्विचार करने की ज़रूरत है। ग्रहों का प्रभाव स्थायी नहीं होता, लेकिन हमारे कर्म और सोच यदि सकारात्मक हो तो हम हर कठिन समय को भी पार कर सकते हैं।

ऐसे और भी ज्योतिष अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए NewsFacts24.com के साथ!
इस जानकारी को शेयर करें ताकि और लोग भी सतर्क रह सकें।

नोट : सम्पूर्ण जानकारी वैदिक ज्योतिष और वैदिक पंचांग की छानबीन करके प्रस्तुत की गई है आपकी अपनी मूल कुंडली में ग्रहों की उपस्थिति के अनुसार फलादेश अलग भी हो सकते है। किसी योग्य ज्योतिष से आप अपनी कुंडली का सटीक फलादेश जान सकते है।(GURU AST 2025)

1 thought on “(GURU AST 2025) गुरु अस्त 2025: 12 जून से 9 जुलाई तक किन 4 राशियों पर टूटेगा मुसीबतों का पहाड़ ?तुरंत करें ये उपाय”

Leave a Comment